• Shri Bhagavad Gita Chapter 11 | श्री भगवद गीता अध्याय 11| श्लोक 4

  • Apr 20 2025
  • Length: 1 min
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Shri Bhagavad Gita Chapter 11 | श्री भगवद गीता अध्याय 11| श्लोक 4

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  • 📖 श्रीमद्भगवद्गीता - अध्याय 11 (विश्वरूप दर्शन योग) - श्लोक 4 संस्कृत श्लोक:"मन्यसे यदि तच्छक्यं मया द्रष्टुमिति प्रभो।योगेश्वर ततो मे त्वं दर्शयात्मानमव्ययम्॥" अर्जुन बोले:"हे प्रभु! यदि आप यह मानते हैं कि मैं आपके उस दिव्य स्वरूप को देखने में सक्षम हूँ, तो हे योगेश्वर! कृपा करके मुझे अपना अविनाशी स्वरूप दिखाइए।" 👉 "मन्यसे यदि तच्छक्यं" – अर्जुन भगवान श्रीकृष्ण से विनम्रता पूर्वक निवेदन कर रहे हैं कि यदि वे योग्य हैं, तो ही भगवान उन्हें अपना विराट रूप दिखाएँ।👉 "मया द्रष्टुमिति प्रभो" – अर्जुन स्वयं को भगवान के विराट स्वरूप को देखने के योग्य मानने का अहंकार नहीं रखते, बल्कि वे श्रीकृष्ण की अनुमति और कृपा पर निर्भर हैं।👉 "योगेश्वर" – श्रीकृष्ण को योग के स्वामी (योगेश्वर) कहा गया है, क्योंकि वे समस्त दिव्य शक्तियों और रहस्यों के ज्ञाता और नियंता हैं।👉 "दर्शयात्मानमव्ययम्" – अर्जुन भगवान से उनके अविनाशी (अव्यय) और अनंत स्वरूप के दर्शन की प्रार्थना कर रहे हैं। ✅ अर्जुन अपनी विनम्रता और श्रद्धा प्रकट कर रहे हैं, यह दर्शाते हुए कि भगवान की कृपा के बिना कोई भी उनके विराट स्वरूप को नहीं देख सकता।✅ यह श्लोक यह सिखाता है कि भगवान का दिव्य दर्शन किसी की योग्यता पर निर्भर नहीं करता, बल्कि केवल उनकी कृपा से संभव है।✅ विनम्रता और भक्ति भगवान के दर्शन प्राप्त करने की प्रमुख शर्तें हैं। 💡 यह श्लोक हमें सिखाता है कि भगवान का अनुभव केवल बुद्धि से नहीं, बल्कि उनकी कृपा और भक्ति से प्राप्त किया जा सकता है। 📖 श्रीमद्भगवद्गीता - अध्याय 11 (विश्वरूप दर्शन योग) - श्लोक 4🕉 अर्जुन बोले:"हे प्रभु! यदि आप यह मानते हैं कि मैं आपके उस दिव्य स्वरूप को देखने में सक्षम हूँ, तो हे योगेश्वर! कृपा करके मुझे अपना अविनाशी स्वरूप दिखाइए।" 🙏 गीता का यह श्लोक हमें सिखाता है कि भगवान के विराट स्वरूप को देखने के लिए अहंकार नहीं, बल्कि भक्ति और विनम्रता की आवश्यकता होती है। 📢 वीडियो को लाइक, शेयर और सब्सक्राइब करें!🔔 नई आध्यात्मिक जानकारियों के लिए बेल आइकन दबाएं। #श्रीमद्भगवद्गीता #भगवद्गीता #गीता_सार #SanatanDharma #BhagavadGita #KrishnaWisdom #Hinduism #Vedanta #Spirituality #गीता_उपदेश #महाभारत #GeetaShlok #KrishnaBhakti #Bhakti #Yoga #ज्ञानयोग #Moksha 📜 हिंदी अनुवाद:📝 व्याख्या (Explanation):🔎 निष्कर्ष (Conclusion):📌 Description (विवरण) for ...
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